कवनों अंगुरी केहु के बांह
धांगब रोजे सागरी
राह ।
परिभाषा त हमही गढली
ओहू के गरही मे ढाकब ॥
हमही थुकली हमही चाटब ॥
शरम हया कुल्हि बेंच सेंच के
खाली आपन राग चलाइब ।
समझे दुनिया चाहे कुछों
भर बजार मे नंगा नाचब ॥
हमही थुकली हमही चाटब ॥
इहे
बाटे स्टेटस सिंबल
बोलब कुछों लेबै दलबल ।
सभे लुटलस जी जी भर
हम काहे के पीछे हटब ॥
हमही थुकली हमही चाटब ॥
एक्के शब्द के डंका पीटब
कंधा दर कंधा के रीतब ।
दिन दुपहरिया गाइब भौचाल
मय कायनात गियाने बाटब ॥
हमही थुकली हमही चाटब ॥
परजा रोई रोअल नसीब
बा
सुख के सेज हमरा
करीब बा ।
झुनझुना बजावा सुबह
शाम
अपनन के बस रेवड़ी
बाटब ॥
हमही थुकली हमही
चाटब ॥
तुनक मिजाजी केकरो साजे
हमरा ही बस डंका बाजे
कुल्हि जुगाड़ अब ठोक बजाई
हर दुअरा पर परचा साटब ॥
हमही थुकली हमही चाटब ॥
चिलवाइब दुनिया भर रोज
बइठल खाइब भर पेट भोज
सभकर छीनब दाना पानी
कुल्हि मलाई हमही काटब ॥
हमही थुकली हमही चाटब ॥
·
जयशंकर प्रसाद द्विवेदी